मोरी पायल बाजे


मोरी पायल बाजे,


छन छाना छन


कोयल गाये, चले सीतल पवन


नयनों मे लिए हुए, इंतजार किसी का


दिल में समेटे प्यार किसी का


में झेल रही हूँ , जुदाई की चुभन


मोरी पायल बाजे,


छन छाना छन


ऋतु शावन की आयी है


संग मस्त घटायें लाई है


नव योवन प्रकृति को मिला


धरती खुद पे हर्षाई है


देखो आयें हैं सबके सजन


पर मेरी आँखें कर रही रूदन


मोरी पायल बाजे,


छन छाना छन


जब पीर ह्रदय में होती है


तेरी तस्वीर ह्रदय में होती है


कहीं अक्स तेरा न धुन्धुला जाये


मैं हर पीर सहन कर लेती हूँ


और सोचती हूँ, कब खिलेंगे फूल मेरे चमन


मोरी पायल बाजे,


छन छाना छन