चाँद देखा है यारों


चाँद देखा है यारों
बस चांदनी की तलाश है !!


सूर्य तो दिख रहा है
बस उसकी तपिश उदाश है !!


दुनिया आज की तारीख में इतना बदल गयी है
की हर शख्स को खुद की तलाश है !!


चाँद देखा है यारों
बस चांदनी की तलाश है !!


चेहरे तो खिल - खिलाकर हंसते हैं
लेकिन मन उदास हैं !!


भीड़ है लोगो की चारो तरफ
फिर भी तन्हाई का अहसास है !!


बचपन से लेकर आज तक
मैं ढूँढता रहा हूँ , उसको

और आज भी उसकी तलास है
हाँ मुझे बस सुकून की तलास है !!


चाँद देखा है यारों
बस चांदनी की तलाश है !!